८० साल की उम्र बुजुर्ग महिला आज भी बनाती है आकर्षक टोकरी
80 साल के उम्र में भी बांस से टोकरी,सूप बनाने की अद्भुत कला आर्वी के आजीबाई में, इस विलुप्त होती कला को आर्वी में जीवित रखने का इनका बहोत बड़ा योगदान…..*
आर्वी (अनीश चोरड़िया):- बांस से बने समान देखने में बहोत ही सुंदर होते है,बांस से बनी टोकरी,सूप ओर सुंदर बर्तन के समान बनाने की कला अब विलुप्त होते जा रही है,शादी में इन बांस से बने समान का उपयोग सजावट के लिए होता है इन सामानों को बनाना बहोत ही मुस्किल काम है इसमें एक टोकरी को बनाने में काफी समय लगता है ,और बांस की टोकरी या इन बर्तनों को बनाते समय कितने बार हाथ में बांस चुब जाती है,पूरे आर्वी में इस काम को सिर्फ ये आजीबाई ही कर पाती है, इसी से इनको रोजगार मिलता है, 80 साल की उम्र में चाहे धूप हो,चाहे बारिश हो ,चाहे ठंडी हो सभी मौसम में 365 दिन आर्वी में कोर्ट के पास रोड के किनारे आजीबाई ये दुकान लगाती, ओर उन्होंने आज भी इस कला को जिंदा रखा है,बांस से इन समान को बनाने की इस अद्भुत कला को आज भी जीवित रखने वाली आर्वी के आजीबाई को हम दिल से सलाम करते है..जीवन में जल्दी हार मान लेने वाली नई पीढ़ी के लिए ये आजीबाई एक प्रेरणा है की हालत कैसे भी हो लाईफ में कभी भी हार मत मानो.उनके हौसले को देख एक ही शायरी याद आती है….
*”लोग जिस हाल में मरने की दुआ करते हैं….*
*मैंने उस हाल में जीने की क़सम खाई है “*